पूर्व रेलवे ने सांसदों संग की मंडल समिति बैठक, उठे स्टेशन विकास व नई ट्रेनों के मुद्दे
मालदा व आसनसोल मंडलों से जुड़े रेलवे नेटवर्क पर हुई उच्च स्तरीय चर्चा, सांसदों ने रखीं अहम मांगें

आसनसोल, 29 अप्रैल। पूर्व रेलवे ने मंगलवार को आसनसोल में एक अहम मंडल समिति बैठक आयोजित की, जिसमें आसनसोल और मालदा मंडल के रेलवे नेटवर्क के संबंध में सांसदों व रेलवे अधिकारियों के बीच विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ सांसद श्री शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा ने की, जबकि पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिंद देउस्कर की उपस्थिति ने बैठक को विशेष महत्व दिया।

बैठक में पूर्व रेलवे के विभिन्न शीर्ष अधिकारियों – मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), प्रधान मुख्य इंजीनियर, वाणिज्य, परिचालन, यांत्रिक, विद्युत तथा सिगनल व दूरसंचार विभागों के प्रमुखों के साथ-साथ आसनसोल और मालदा के मंडल रेल प्रबंधक भी मौजूद रहे।

इस विशेष बैठक में कुल 15 से अधिक लोकसभा क्षेत्रों के सांसदों व उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें श्री खलीलुर रहमान, श्री गिरिधारी यादव, श्री खगेन मुर्मू, डॉ. सरफराज अहमद, श्री नलिन सोरेन, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी सहित कई अन्य सांसद प्रमुख रूप से शामिल रहे।

बैठक में स्टेशन पुनर्विकास कार्यों, अमृत भारत स्टेशन योजना की प्रगति, नए एफओबी निर्माण, लिफ्ट-एस्केलेटर स्थापना, प्लेटफॉर्म उन्नयन, एलएचबी रेक में परिवर्तन जैसी विकास परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान सांसदों ने क्षेत्रीय मांगों को खुलकर सामने रखा।

सांसदों ने रखीं ये अहम मांगें:

  • खगेन मुर्मू ने गौड़ एक्सप्रेस में अत्याधुनिक एलएचबी कोच की मांग की।
  • गिरिधारी यादव ने भागलपुर/जमालपुर से दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु के लिए नई ट्रेनों का प्रस्ताव रखा।
  • खलीलुर रहमान ने धुलियान-गंगा व सुजनीपारा में आरओबी निर्माण की आवश्यकता जताई।
  • डॉ. सरफराज अहमद ने गिरिडीह में वंदे भारत एक्सप्रेस के ठहराव और उसके मार्ग परिवर्तन का आग्रह किया।
  • नलिन सोरेन ने विद्यासागर स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव और दुमका-गिरिडीह रूट पर नई सेवा की मांग की।
  • प्रतिनिधियों ने कोविड काल में बंद ट्रेनों को पुनः शुरू करने और शेड्यूल में यात्रियों की सुविधा अनुसार संशोधन की अपील की।

पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिंद देउस्कर ने सभी सांसदों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों की तकनीकी व आर्थिक जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

बैठक के समापन पर यह सहमति बनी कि सांसदों के सुझावों पर शीघ्र पहल की जाएगी और संबंधित प्रस्तावों को सक्षम प्राधिकरण के पास भेजा जाएगा। इस बैठक ने एक बार फिर रेलवे और जनप्रतिनिधियों के समन्वय की दिशा में ठोस कदम बढ़ाने का संकेत दिया है।

 

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